जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा का इस्तीफा: 11 महीने के कार्यकाल का समापन

प्रमुख घटनाक्रम
जापानी प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा ने रविवार को अपने इस्तीफे की घोषणा की, जिससे दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और अमेरिका के प्रमुख सहयोगी देश में बढ़ती जीवन लागत और क्षेत्र में बढ़ते तनाव के बीच नई राजनीतिक अनिश्चितता पैदा हो गई है।
इस्तीफे के कारण
उनके इस्तीफे की मांग जुलाई में लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी को मिली करारी हार के बाद से बढ़ रही थी। इशिबा ने अपनी लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की घोषणा की, जो जुलाई के चुनाव में ऐतिहासिक हार के कुछ हफ्तों बाद आई है।
कार्यकाल की प्रमुख उपलब्धियां
अपने कार्यकाल के दौरान, इशिबा ने अमेरिका द्वारा अपनाई गई संरक्षणवादी नीतियों के बीच जापान को आर्थिक रूप से चीन और दक्षिण कोरिया के करीब लाया, जबकि 2022 में शुरू हुए रूसी आक्रमण के दौरान यूक्रेन का समर्थन जारी रखा।
उनकी सरकार ने जनवरी 2025 में घोषणा की कि समलैंगिक साथियों को 24 कानूनों में सामान्य कानूनी विवाह के समान नियमों के अधीन किया जाएगा। इशिबा की अध्यक्षता में एलडीपी में विवाहित जोड़ों के लिए अलग उपनाम की अनुमति देने वाले कानून पर भी विचार शुरू हुआ।
भविष्य की राह
संभावित उम्मीदवारों में कोइज़ुमी के साथ-साथ पूर्व आर्थिक सुरक्षा मंत्री सनाए ताकाइची और मुख्य कैबिनेट सचिव योशिमासा हयाशी शामिल हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि दोनों सदनों में बहुमत के अभाव में, अगले एलडीपी नेता को विधेयकों को पारित कराने के लिए मुख्य विपक्षी दलों के साथ काम करना होगा। हालांकि, विपक्षी दल सरकार को गिराने के लिए एक बड़ा गठबंधन बनाने के लिए बहुत विभाजित हैं।