রবিবার, অক্টোবর 19

ज़ोहो के संस्थापक श्रीधर वेम्बू का सफर

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श्रीधर वेम्बू: एक परिचय

श्रीधर वेम्बू, जो कि ज़ोहो कॉर्पोरेशन के सह-संस्थापक और सीईओ हैं, ने भारतीय सॉफ्टवेयर उद्योग में अपनी अनोखी पहचान बनाई है। उनकी दृष्टि और नेतृत्व ने ज़ोहो को एक सफल वैश्विक सॉफ्टवेयर निर्माता बना दिया है, जो छोटे और मध्यम व्यवसायों को उनकी तकनीकी जरूरतों को पूरा करने में मदद करता है।

ज़ोहो की स्थापना और विकास

ज़ोहो की स्थापना 1996 में श्रीधर वेम्बू और उनके दो साथियों ने की थी। इस कंपनी ने शुरुआत में ऑनलाइन एप्लिकेशन विकसित किए थे और धीरे-धीरे इसके उत्पादों की विविधता बढ़ाई। आज, ज़ोहो की उत्पाद रेंज में सीआरएम, फैक्टुरी सॉफ्टवेयर, और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट टूल शामिल हैं। उनकी विशेषता यह है कि ज़ोहो अपने अधिकांश उत्पादों को निःशुल्क या प्रतिस्पर्धात्मक कीमत पर उपलब्ध कराता है, जिससे यह छोटे व्यवसायों के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प बन जाता है।

हाल की उपलब्धियाँ

हाल ही में, ज़ोहो ने साल 2023 में अपनी नई उत्पाद श्रृंखला की घोषणा की, जिसमें एआई-आधारित टूल और सेवाएं शामिल हैं। श्रीधर वेम्बू का मानना है कि एआई तकनीकें व्यवसायों को अधिक कुशल बनाने में मदद कर सकती हैं। इसके अलावा, उन्होंने अपने कर्मचारियों को बेहतर कार्य स्थिति और विकास के अवसर प्रदान करने पर भी जोर दिया है। ज़ोहो ने अपनी कार्य संस्कृति के लिए कई पुरस्कार भी जीते हैं।

निष्कर्ष और भविष्यवक्ताएं

श्रीधर वेम्बू का कार्य केवल आर्थिक विकास तक सीमित नहीं है; उन्होंने भारतीय सॉफ्टवेयर उद्योग को वैश्विक स्तर पर एक मानक स्थापित करने में मदद की है। उनका दृष्टिकोण यह है कि तकनीकी प्रगति को स्थानीय उपयोगकर्ताओं की आवश्यकताओं के अनुसार अनुकूलित किया जाना चाहिए। भविष्य में, ज़ोहो और श्रीधर वेम्बू की कंपनी को और अधिक नवाचारों की दिशा में बढ़ने की उम्मीद है, जिससे और अधिक छोटे और मध्यम व्यवसाय लाभान्वित होंगे।

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