जम्मू कश्मीर में दिवाली की स्कूल छुट्टियाँ

दिवाली का महत्व
दिवाली, जो ‘दीपावली’ के नाम से भी जानी जाती है, भारत में प्रमुख त्योहारों में से एक है। यह अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने का प्रतीक है और सभी धर्मों के लोग इसे धूमधाम से मनाते हैं। बच्चों के लिए, यह त्योहार विशेष रूप से खुशी और छुट्टियों का समय होता है।
जम्मू कश्मीर में छुट्टियों की घोषणा
जम्मू कश्मीर प्रशासन ने इस वर्ष दिवाली के अवसर पर शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टियों की घोषणा की है। सरकारी आदेश के अनुसार, सभी सरकारी और निजी स्कूलों में 23 अक्टूबर से 27 अक्टूबर तक छुट्टियाँ दी जाएँगी। यह निर्णय विद्यार्थियों को पारंपरिक रूप से दिवाली का त्योहार मनाने और अपने परिवारों के साथ समय बिताने का अवसर प्रदान करेगा।
छुट्टियों का प्रभाव
स्कूलों में इस अवधि के दौरान छुट्टियाँ होने से छात्रों को न केवल मानसिक आराम मिलेगा, बल्कि यह उन्हें अपने सांस्कृतिक और धार्मिक मूल्यों को भी समझने का मौका प्रदान करता है। विद्यालयों में शिक्षकों द्वारा भी दिवाली से संबंधित कार्यक्रम आयोजित किए जाने की योजना बनाई गई है, जिससे बच्चे त्योहार की तैयारी में सक्रिय रूप से भाग ले सकें।
निष्कर्ष
जम्मू कश्मीर में दिवाली की छुट्तियाँ छात्रों के लिए एक उत्सव के रूप में महत्वपूर्ण हैं। यह निर्णय न केवल छात्रों के लिए उत्साह बढ़ाने वाला है, बल्कि सांस्कृतिक धरोहर को आगे बढ़ाने में भी मदद करेगा। उम्मीद है कि इस वर्ष की दिवाली सभी के लिए सुखद और समृद्ध होगी।


