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जगदीप धनखड़: भारत के उपराष्ट्रपति की यात्रा और योगदान

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जगदीप धनखड़ का परिचय

जगदीप धनखड़ वर्तमान में भारत के उपराष्ट्रपति हैं। उन्होंने यह पद 11 अगस्त 2021 को ग्रहण किया और तब से देश की राजनीति में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। उनका राजनीतिक करियर और संगठनात्मक कौशल उन्हें भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाता है।

शैक्षिक और राजनीतिक पृष्ठभूमि

जगदीप धनखड़ का जन्म 18 जुलाई 1951 को राजस्थान के कةग्लि में हुआ। उन्होंने अपनी स्नातक की डिग्री राजस्थान विश्वविद्यालय से प्राप्त की और बाद में कानून की पढ़ाई की। भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) से जुड़े होने के नाते, वे राजस्थान में युवा नेता के रूप में उभरे।

राजनीतिक सफर

धनखड़ का राजनीतिक अनुभव गहरा है। उन्होंने 1990 में श्रीगंगानगर क्षेत्र से विधायक के रूप में अपने करियर की शुरुआत की। इसके बाद वे 2003 से 2007 तक राजस्थान विधान सभा में सदस्य रहे। धनखड़ को राज्य सरकार में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य करने का अनुभव है, जिसमें श्रम और रोजगार विभाग के मंत्री का भी पद शामिल है।

उपराष्ट्रपति के रूप में नेतृत्व

उपराष्ट्रपति पद ग्रहण करने के बाद, धनखड़ ने सदन की कार्यवाही को सुचारू बनाने के लिए कई पहलों की घोषणा की हैं। वे नियमित रूप से विभिन्न मुद्दों पर समय-समय पर विचार साझा कर रहे हैं और संसद की कार्य संस्कृति को सुधारने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनकी निर्विवाद नेतृत्व शैली ने उन्हें सदन में सभी सदस्यों का सम्मान प्राप्त किया है।

निष्कर्ष

जगदीप धनखड़ की यात्रा भारत के लोकतंत्र की मजबूती को दर्शाती है। उनका योगदान न केवल संविधान और कानून को बनाए रखने में है, बल्कि वे आम जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को भी समझते हैं। आगे चलकर, उनकी भूमिका भारतीय राजनीति में और अधिक महत्वपूर्ण होने की संभावना है, विशेषकर जब देश विभिन्न चुनौतियों का सामना कर रहा है। उनकी सोच और दृष्टिकोण से भारतीय राजनीति में सुधार और बदलाव की आशा बनी हुई है।

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