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गुरु पूर्णिमा कब है: 2023 में महत्व और तिथि

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गुरु पूर्णिमा का महत्व

गुरु पूर्णिमा, गुरु के प्रति श्रद्धा और सम्मान प्रकट करने का एक महत्वपूर्ण तFestival है। यह अवसर विशेष रूप से समर्पण और ज्ञान को याद करने के लिए मनाया जाता है। हिंदू, बौद्ध और जैन धर्मों में गुरु का स्थान अत्यंत ऊँचा है। गुरु पूर्णिमा का पर्व हर वर्ष आषाढ़ मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है, जिससे श्रद्धालु अपने शिक्षकों और गुरुजनों को सम्मानित करते हैं।

गुरु पूर्णिमा कब है?

इस वर्ष गुरु पूर्णिमा 2023 में 3 जुलाई को मनाई जाएगी। यह दिन विशेष रूप से गुरु शिष्य परंपरा में बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस दिन शिष्य अपने गुरु को प्रणाम करते हैं और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। शास्त्रीय मान्यताओं के अनुसार, इस दिन व्यास देव का जन्मदिन भी माना जाता है, जो भारतीय संस्कृति में एक प्रमुख गुरु माने जाते हैं।

गुरु पूर्णिमा के बारे में अद्भुत तथ्य

गुरु पूर्णिमा पर लोग पूजा, ध्यान और धार्मिक अनुष्ठान करते हैं। इस दौरान भक्तजन अपने गुरु को फूल, मिठाई, और अन्य उपहार भेंट करते हैं। कई स्थानों पर विशेष सत्संग और प्रवचन भी आयोजित किए जाते हैं। इस दिन को मनाने का एक और महत्व यह भी है कि यह आत्मिक ज्ञान को प्राप्त करने का एक अवसर है। लोग आमतौर पर इस दौरान कुछ विशेष उपवास भी रखते हैं।

निष्कर्ष

गुरु पूर्णिमा एक ऐसा अवसर है जब हम अपने गुरुजनों के प्रति अपनी कृतज्ञता और सम्मान प्रकट कर सकते हैं। यह त्योहार हमें याद दिलाता है कि ज्ञान और शिक्षा का महत्व किसी भी समाज में कितना बड़ा होता है। हमें अपने भीतर के गुरु को पहचानने और उसे सम्मानित करने का यह एक महत्वपूर्ण अवसर है। इस वर्ष, 3 जुलाई को गुरु पूर्णिमा मनाएं और अपने गुरु से आशीर्वाद प्राप्त करें।

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