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कोजागिरी पौर्णिमा 2025: महत्व और उत्सव के तरीके

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कोजागिरी पौर्णिमा का महत्व

कोजागिरी पौर्णिमा, जिसे ‘कोजागिरी पूर्णिमा’ भी कहा जाता है, भारत के कई हिस्सों में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण त्योहार है। यह त्योहार विशेष रूप से अक्टूबर महीने में आता है और इसका महत्व Hindu कैलेंडर में विशेष स्थान रखता है। इस दिन विशेष रूप से माता लक्ष्मी की पूजा होती है, जो धन और समृद्धि की देवी मानी जाती हैं। 2025 में, कोजागिरी पौर्णिमा 29 अक्टूबर को मनाई जाएगी।

उत्सव के तरीके

कोजागिरी पौर्णिमा पर, लोग रात के समय चंद्रमा की पूजा करते हैं। इस अवसर पर, महिलाएं विशेष रूप से खीर या चांवल की खीर बनाती हैं और अपने परिवार के सदस्यों के साथ इसे चंद्रमा को अर्पित करती हैं। यह मान्यता है कि इस दिन चंद्रमा की किरणें विशेष रूप से शुभ होती हैं, जो स्वास्थ्य और समृद्धि लाती हैं।

कई परिवार इस दिन को एक साथ बिताने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित करते हैं, जिसमें रात्रिभोज का आयोजन किया जाता है। लोग चंदन और फूलों से अपने घरों को सजाते हैं और लक्ष्मी माता की पूजा करते हैं। इसके साथ ही, महिलाएं अपने दोस्तों और परिवार वालों के लिए मस्ती और खेल का आयोजन भी करती हैं।

सारांश

कोजागिरी पौर्णिमा 2025, अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में मनाई जाने वाली एक विशेष पूर्णिमा है, जो समृद्धि और खुशियों का प्रतीक है। इस दिन चंद्रमा की पूजा की जाती है और इसे समाज में परिवारिक एकता और खुशहाली के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। परिवारों के साथ मिलकर इस रात को मनाने से न केवल धार्मिक आस्था बढ़ती है बल्कि पारिवारिक संबंध भी मजबूत होते हैं। इसलिए, आप भी इस उत्सव का आनंद लेने के लिए तैयार रहें और इसे अपने परिवार और दोस्तों के साथ मनाएं।

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