आईटी मूवी: हॉरर की दुनिया में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर

आईटी मूवी का परिचय
“आईटी” एक प्रसिद्ध हॉरर फिल्म है, जो स्टीफन किंग की उपन्यास पर आधारित है। यह फिल्म अपनी अनोखी कहानी और डरावनी तत्वों के लिए बहुत चर्चित रही है। रिलीज के बाद, इसने न केवल दर्शकों में एक नई पहचान बनाई, बल्कि हॉरर जॉनर में भी एक नया मापदंड स्थापित किया।
फिल्म की कहानी
फिल्म की कहानी औसत छोटे शहर में एक समूह बच्चों (दुश्मनों को ‘लूज़र क्लब’ कहा जाता है) की है, जो एक भयानक प्राणी से मुकाबला करते हैं। यह प्राणी, जो मुख्य रूप से पेनवाइज नामक जोकर के रूप में प्रकट होता है, उनके बच्चों के डर का फायदा उठाते हुए, उन्हें खत्म करने का प्रयास करता है। यह कहानी न केवल डर पैदा करती है, बल्कि दोस्ती, बहादुरी और बचपन के मुद्दों को भी दर्शाती है।
फिल्म की लोकप्रियता
“आईटी” की पहली कड़ी 2017 में रिलीज हुई थी और इसे बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त सफलता मिली थी। इस फिल्म ने विश्व भर में 700 मिलियन डॉलर से अधिक कमाई की। इसके बाद, फिल्म का सीक्वल, “आईटी: चैप्टर टू” 2019 में आया, जिसने पहले भाग की तरह ही दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया।
फिल्म का महत्व
इस फिल्म ने टीवी और फिल्म उद्योग में हॉरर जॉनर को पुनर्जीवित किया है। “आईटी” ने यह सिद्ध किया कि हॉरर फिल्में केवल डर के लिए नहीं होतीं, बल्कि इनमें भावनात्मक गहराई और सामाजिक मुद्दों को भी उजागर किया जा सकता है। इसने नवोदित निर्देशकों और लेखकों को प्रेरित किया है कि वे उसी तरह की कहानियों पर काम करें।
निष्कर्ष
“आईटी” मूवी ने न केवल दर्शकों को भयभीत किया है, बल्कि साथ ही इसे एक सांस्कृतिक महत्व भी प्रदान किया है। इसकी लोकप्रियता और उसके पीछे की कहानी ने इसे हॉरर शौकीनों के बीच एक अनमोल रत्न बना दिया है। आगे आने वाले समय में, यह फिल्म न केवल क्लासिक के रूप में जानी जाएगी, बल्कि यह आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक प्रेरणा का स्रोत बनेगी।









