সোমবার, জুন 9

अमरंथ: पोषण का एक अनमोल स्रोत

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अमरंथ का महत्व

अमरंथ, जिसका वैज्ञानिक नाम अमरन्थस है, ने हाल के वर्षों में स्वास्थ्य और पोषण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त किया है। इसे एक सुपरफूड माना जाता है, जो विविधता से भरे पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा प्रदान करता है। भारत के कई हिस्सों में इसे पारंपरिक अनाज के रूप में जाना जाता है, और अब यह वैश्विक स्तर पर कहीं अधिक लोकप्रिय हो रहा है।

पोषण गुण

अमरंथ प्रोटीन, फाइबर, आयरन और अन्य महत्वपूर्ण विटामिनों का समृद्ध स्रोत है। इसके अलावा, इसमें ग्लूटेन नहीं होता, जिससे यह ग्लूटेन संवेदनशील लोगों के लिए एक आदर्श विकल्प बन गया है। हाल के अध्ययनों में यह पाया गया है कि अमरंथ के सेवन से हृदय-स्वास्थ्य में सुधार, वजन नियंत्रण, और पाचन तंत्र में सुधार हो सकता है।

वर्तमान घटनाएँ

साल 2023 में भारत सरकार ने अमरंथ को ‘न्यूट्रिशन फूड’ के रूप में बढ़ावा देने की योजना बनाई है। इसमें व्यक्तिगत किसानों, किसानों के समूहों और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के बीच सहयोग को प्रोत्साहित किया जाएगा। खाद्य और कृषि संगठन (FAO) द्वारा जारी जानकारी के अनुसार, अमरंथ को विभिन्न खाद्य उत्पादों में शामिल किया जा रहा है, जैसे कि नाश्ते के अनाज, प्रोटीन बार, और ग्लूटेन-मुक्त उत्पाद।

भविष्य की संभावनाएँ

आज के समय में, जब स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ रही है, अमरंथ को एक ‘सुपरफूड’ के रूप में स्वीकारना और इसके स्वास्थ्य लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाना आवश्यक है। भविष्य में अमरंथ की खेती और इसका उपभोग वैश्विक स्तर पर बढ़ने की संभावना है, जिससे न केवल इसके उत्पादन में, बल्कि इसके उपयोगकर्ताओं की संख्या में भी वृद्धि होगी।

निष्कर्ष

अमरंथ भोजन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की क्षमता रखता है। इसके स्वास्थ्य लाभों को समझते हुए, यह आवश्यक है कि लोग इसे अपने दैनिक आहार में शामिल करें और स्वस्थ जीवनशैली को अपनाएं। अमरंथ के फायदे और इसकी बढ़ती लोकप्रियता इसे खाद्य उद्योग में एक महत्वपूर्ण जगह प्रदान कर रही है।

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