अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2023: महत्व और गतिविधियाँ

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का महत्व
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस हर साल 21 जून को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य योग के प्रति जागरूकता फैलाना और इसके लाभों को प्रमोट करना है। यह दिन 2014 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित किया गया था, और तभी से इसे विश्वभर में मनाया जा रहा है। योग केवल शारीरिक व्यायाम नहीं है, बल्कि यह मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद है। भारत की प्राचीन संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होने के नाते, योग ने दुनिया भर में लोकप्रियता हासिल की है।
2023 के लिए गतिविधियों की रूपरेखा
इस वर्ष, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का थीम ‘मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण’ रखा गया है। विभिन्न संगठनों और संस्थानों द्वारा कई कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं, जिसमें मुख्य कार्यक्रम नई दिल्ली में होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसमें भाग लेकर योग का अभ्यास करेंगे। विभिन्न राज्य सरकारें, स्कूल, कॉलेज और स्वास्थ्य क्लिनिक भी अपने-अपने तरीके से योग कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे हैं।
योग के स्वास्थ्य लाभ
योग के नियमित अभ्यास से शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार और मानसिक तनाव कम हो सकता है। यह शारीरिक शक्ति, लचीलापन, और संतुलन को बढ़ाता है, जबकि मन की शांति और फोकस को भी मजबूत करता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, योग की नियमितता से कई प्रकार की बीमारियों, जैसे उच्च रक्तचाप, मधुमेह और चिंता, को नियंत्रित किया जा सकता है।
निष्कर्ष
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस केवल एक दिन का आयोजन नहीं है बल्कि यह पूरे साल योग के महत्व को समझाने का एक मिशन है। यह समय है खुद को और अपने आसपास के लोगों को स्वस्थ रखने के लिए प्रेरित करने का। इस वर्ष की गतिविधियों में भाग लेकर लोग न केवल अपने स्वास्थ्य को सुधार सकते हैं, बल्कि सामूहिक रूप से योग की शक्ति को भी अनुभव कर सकते हैं। योग को अपनाना आज के तनाव भरे जीवन में एक सकारात्मक बदलाव लाने का एक शानदार उपाय हो सकता है।