अंगारकी संकष्टी चतुर्थी 2025: महत्व और पूजा विधि

अंगारकी संकष्टी चतुर्थी का महत्व
अंगारकी संकष्टी चतुर्थी एक महत्वपूर्ण हिंदू त्यौहार है, जो भगवान गणेश की पूजा के लिए समर्पित है। यह त्यौहार हर महीने की चतुर्थी को मनाया जाता है, लेकिन विशेष महत्व का दिन अंगारकी संकष्टी चतुर्थी होता है। इस दिन भक्त विशेष रूप से भगवान गणेश से समृद्धि, सफलता और कठिनाइयों से मुक्ति की प्रार्थना करते हैं। 2025 में, यह विशेष दिन 12 मार्च को मनाया जाएगा।
अंगारकी संकष्टी चतुर्थी की पूजा विधि
इस दिन भक्त उपवास रखते हैं और व्रत के अंत में भगवान गणेश की पूजा करते हैं। पूजा का विधि कुछ इस प्रकार है:
- प्रात: काल उठने के बाद स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- मंदिर या पूजा स्थान को साफ करें और वहां भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करें।
- मूर्तियों को फूल, मिठाई, और फल चढ़ाएं। विशेष रूप से मोदक, जो कि भगवान गणेश का प्रिय भोग है।
- पूजा के अंत में भक्त गणेश चालीसा या गणेश स्तोत्र का पाठ करते हैं।
विशेषताएँ और भविष्यवाणी
अंगारकी संकष्टी चतुर्थी पर विशेष रूप से, ग्रहों की स्थिति भी महत्वपूर्ण होती है। कई ज्योतिषी मानते हैं कि इस दिन किए गए कार्य सफलता की ओर अग्रसर होते हैं। इसके अलावा, यदि जो व्यक्ति इस दिन गणेश जी की सच्चे मन से पूजा करते हैं, उनकी सभी इच्छाएँ पूरी हो सकती हैं।
निष्कर्ष
अंगारकी संकष्टी चतुर्थी 2025 एक महत्वपूर्ण अवसर है, जो न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से, बल्कि व्यक्तिगत विकास और समृद्धि के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से मानसिक शांति और आर्थिक विकास के साथ-साथ जीवन के सभी क्षेत्रों में समृद्धि की प्राप्ति होती है। इस अवसर पर, सभी भक्तों को इस पवित्र दिन को सही तरीके से मनाने की प्रेरणा मिलती है।